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कम उम्र में दिल की बीमारियों का शिकार बना सकता है Chronic Stress, जानिए बचाव के उपाय

आजकल की तेज़-तर्रार जीवनशैली में तनाव (Chronic Stress) एक सामान्य समस्या बन गई है, जो मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। यह न केवल मानसिक शांति को भंग करता है, बल्कि दीर्घकालिक तनाव (क्रोनिक स्ट्रेस) डायबिटीज और दिल की बीमारियों (Heart Disease) जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। अत: यह जरूरी है कि समय रहते इस पर ध्यान दिया जाए और अपने जीवनशैली में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए जाएं।

क्या है क्रोनिक स्ट्रेस? तनाव का अनुभव हम सभी करते हैं, चाहे वह कामकाजी लोग हों, छात्र हों या घर की जिम्मेदारियां निभाने वाली महिलाएं। यह अक्सर एक अस्थायी समस्या होती है, लेकिन जब यह लंबी अवधि तक बना रहता है, तो इसे क्रोनिक स्ट्रेस कहा जाता है। डॉक्टर्स के अनुसार, यह लंबे समय तक शरीर पर प्रभाव डालने के कारण हार्ट हेल्थ के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। यह न केवल रक्तचाप (Blood Pressure) को बढ़ाता है, बल्कि दिल की धड़कन को तेज करता है और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी बढ़ा सकता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता है।

क्रोनिक स्ट्रेस और दिल पर असर

जब हम लगातार तनाव में रहते हैं, तो हमारे शरीर में तनाव से जुड़े हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जैसे कि कोर्टिसोल। ये हार्मोन रक्तचाप और दिल की धड़कन को बढ़ाते हैं, जिससे लंबे समय में दिल पर दबाव बढ़ सकता है। इस प्रकार का तनाव धीरे-धीरे दिल की बीमारियों, दिल का दौरा और स्ट्रोक जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है।

तनाव कम करने के उपाय

इस समस्या से बचने के लिए हम कुछ प्रभावी उपाय अपना सकते हैं। माइंडफुलनेस मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग और योग जैसी गतिविधियां हमारे शरीर और मन को शांत करती हैं, जिससे तनाव के हार्मोन का स्तर कम होता है। इसके अलावा, दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताना, अपनी पसंदीदा गतिविधियों में हिस्सा लेना, पर्याप्त नींद लेना और संतुलित आहार लेना भी बहुत फायदेमंद हो सकता है।

लाइफस्टाइल में बदलाव की जरूरत

हमारी रोज़मर्रा की जिंदगी में छोटे-छोटे बदलाव करके हम दिल से जुड़ी बीमारियों से बच सकते हैं। बैलेंस डाइट, नियमित व्यायाम और तनावमुक्त जीवनशैली अपनाकर हम दिल को स्वस्थ रख सकते हैं। फाइबर से भरपूर भोजन, लो-फैट डेयरी प्रोडक्ट्स और ताजे फल-सब्जियों का सेवन दिल के लिए फायदेमंद होता है। नियमित रूप से व्यायाम करने से रक्तचाप पर नियंत्रण रहता है और कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी कम होता है।

दिल की बीमारियों से बचाव के उपाय

अपनी हार्ट हेल्थ को बेहतर रखने के लिए बैलेंस डाइट बेहद जरूरी है। अपनी डाइट में ताजे फल, रंगीन सब्जियां, साबुत अनाज जैसे ब्राउन राइस, ओट्स और जौ को शामिल करें। ये फाइबर से भरपूर होते हैं और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, दालें, बीन्स, मछली (खासतौर से सैल्मन), अंडे और नट्स जैसे प्रोटीन के अच्छे स्रोत भी आपकी डाइट में होने चाहिए।

ओमेगा-3 फैटी एसिड्स दिल के लिए लाभकारी होते हैं, जो अखरोट, अलसी और चिया सीड्स में पाए जाते हैं। ये फैटी एसिड्स ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कम करने में मदद करते हैं और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाते हैं। वहीं, शुगरी ड्रिंक्स, पैक्ड जूस और प्रोसेस्ड फूड्स से बचना चाहिए क्योंकि इनमें ज्यादा शुगर और ट्रांस फैट होते हैं, जो धमनियों को सख्त बना सकते हैं और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ा सकते हैं। नमक का सेवन भी कम से कम करना चाहिए, क्योंकि ज्यादा नमक रक्तचाप को बढ़ा सकता है।

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Sai Chandhan

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