PM Surya Ghar Yojana: सोलर पैनल लगाने पर मिलेगी सब्सिडी, PM सूर्या घर योजना से पाएं फ्री बिजली!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा फरवरी 2024 में लॉन्च की गई PM Surya Ghar Yojana (सूर्य घर योजना) एक महत्वपूर्ण सरकारी योजना है, जिसके तहत नागरिकों को मुफ्त बिजली और सोलर पैनल इंस्टॉलेशन पर सब्सिडी मिलती है। इस योजना का उद्देश्य सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना और बिजली संकट से निपटना है। इसके तहत 1 किलोवाट से लेकर 3 किलोवाट तक के सोलर पैनल लगवाने पर सब्सिडी दी जाती है। खास बात यह है कि इस योजना से 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली मिलती है, जिससे उपभोक्ताओं को अपनी बिजली बिलों पर बड़ी राहत मिलती है।
यूपी में योजना की सफलता
उत्तर प्रदेश में PM Surya Ghar Yojana का काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। प्रदेश सरकार ने अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने का बड़ा प्लान बनाया है, और काम भी शुरू कर दिया है। यूपी में इस योजना के तहत अब तक 43,000 सोलर पैनल इंस्टॉल किए जा चुके हैं, और सरकारी टारगेट के मुताबिक अगले तीन वर्षों में 25 लाख सोलर रूफटॉप पैनल लगाने का लक्ष्य है। इस योजना का लाभ उठाने वाले लोग सोलर पैनल इंस्टॉलेशन से पूरी तरह संतुष्ट हैं और बिजली बिल में होने वाली बचत का अनुभव कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना की मुख्य विशेषताएं फ्री बिजली और सब्सिडी
इस योजना के तहत 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जाती है। इसके अलावा, घर की छत पर सोलर रूफटॉप पैनल लगाने के लिए सरकार भारी सब्सिडी प्रदान करती है। यदि आप 1 किलोवाट सोलर पैनल लगवाते हैं तो आपको ₹30,000 की सब्सिडी मिलेगी, जबकि 2 किलोवाट का पैनल इंस्टॉल कराने पर ₹60,000 तक की सब्सिडी मिल सकती है। 3 किलोवाट तक सोलर पैनल लगाने पर सरकार ₹78,000 तक की सब्सिडी देती है।
सोलर पैनल इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया
इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपको ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके लिए https://pmsuryaghar.gov.in वेबसाइट पर जाकर अपनी जानकारी भरनी होगी। इसके बाद, आप अपने घर के लिए सोलर पैनल इंस्टॉल करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के बाद, Feasibility Approval मिलने पर आप रजिस्टर्ड वेंडर से पैनल इंस्टॉल करवा सकते हैं। इंस्टॉलेशन के बाद आपको नेट मीटर के लिए आवेदन करना होगा, और फिर DISCOM द्वारा चेक के बाद सब्सिडी का भुगतान आपके बैंक अकाउंट में किया जाएगा।
नकद सब्सिडी का ट्रांसफर
सोलर पैनल इंस्टॉलेशन के बाद सरकार आपके बैंक अकाउंट में सीधे सब्सिडी ट्रांसफर करती है। इस प्रक्रिया में लगभग 30 दिन का समय लग सकता है। सब्सिडी का भुगतान ई-वाउचर और केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) के माध्यम से किया जाता है, जिससे ट्रांसफर प्रक्रिया पारदर्शी और तेज होती है।
कैसे करें आवेदन
इस योजना का लाभ उठाने के लिए सबसे पहले आपको पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद अपना कंज्यूमर नंबर, मोबाइल नंबर और ईमेल दर्ज करके आवेदन करना होगा। आवेदन के बाद, जब आपको Feasibility Approval मिल जाए, तब आप सोलर पैनल इंस्टॉलेशन के लिए रजिस्टर्ड वेंडर से संपर्क कर सकते हैं। इंस्टॉलेशन पूरा होने के बाद नेट मीटर इंस्टॉलेशन के लिए आवेदन करें, और फिर डिस्कॉम द्वारा जांच के बाद सब्सिडी का भुगतान आपके खाते में किया जाएगा।
खर्च और सब्सिडी का गणित
सोलर पैनल इंस्टॉलेशन की कीमत अलग-अलग होती है।
1 किलोवाट पैनल की लागत लगभग ₹90,000 होती है, जिसमें ₹30,000 की सब्सिडी मिलती है।
2 किलोवाट पैनल की लागत करीब ₹1.5 लाख होती है, जिसमें ₹60,000 की सब्सिडी मिलती है।
3 किलोवाट पैनल की लागत ₹2 लाख तक हो सकती है, जिसमें ₹78,000 की सब्सिडी मिलती है।
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